ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण और उनकी पहचान – Breast Cancer Symptoms in Hindi
महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण व कारण
12 Early Breast Cancer Symptoms in Hindi
महिलाओं के लिए ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण जानना और इसकी पहचान करना बहुत जरुरी है| आजकल हर 10 में से 2 महिलाओं में स्तन कैंसर के लक्षण देखने को मिलते हैं| हालाँकि महिलाएं खुद घर पर भी ब्रेस्ट कैंसर की पहचान कर सकती हैं क्यूंकि इसको पहचानना बड़ा ही आसान है|
ब्रेस्ट कैंसर, महिलाओं में सबसे ज्यादा फैलने वाला कैंसर है और हर साल लाखों महिलाएं इस कैंसर से मरती हैं इसलिए महिलायें सचेत रहें और स्वयं समय- समय पर अपने स्तनों की जांच करती रहें|
बहुत सारी महिलाएं स्तनों के बारे में बात करना पसंद नहीं करतीं और कई बार तो कैंसर के लक्षण पाए जाने पर भी डॉक्टर को बताने में डरती हैं या शर्म करती हैं| उन सभी महिलाओं से निवेदन है कि स्तन ईश्वर का बनाया हुआ ही अंग है जैसे आपके शरीर में अन्य अंग हैं ठीक वैसे ही स्तन भी है, तो आप झिझकिये मत और अपनी परेशानी को सामने लाइए ताकि आप स्तन कैंसर से खुद को बचा सकें|
स्तन कैंसर कैसे होता है –
स्तन कैंसर यूँ तो महिलाओं को ज्यादा होता है लेकिन आजकल यह बिमारी पुरुषों में भी देखने को मिल रही है| स्तन कैंसर ज्यादातर अधिक उम्र की महिलाओं में ही होता है| कम उम्र की महिलाओं में स्तन कैंसर के चांस बहुत कम होते हैं| आइये जानते हैं स्तन कैंसर के प्रमुख कारण –
1. अनुवांशिक, यानि आपके परिवार में अगर किसी को स्तन कैंसर है तो आपको भी स्तन कैंसर होने की सम्भावना बढ़ जाएगी|
2. स्तनपान ना कराना
3. कम उम्र में माहवारी हो जाना
4. माँ बनने में बहुत देरी
5. धूम्रपान करना या शराब पीना
6. नींद पूरी ना लेना
7. अधिक उम्र में माँ बनना
ये सभी स्तन कैंसर के मुख्य कारण हैं| कई बार खराब जीवनशैली भी महिलाओं में स्तन कैंसर का कारण बन सकती है इसलिए देखरेख आवश्यक है|
ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण –
शुरूआती अवस्था में ही ब्रेस्ट कैंसर का पता आसानी से लगाया जा सकता है| महिलाएं अगर जागरूक हो जाएँ तो बिना डॉक्टर के पास जाये स्वयं ही जांच कर सकती हैं| हालाँकि ब्रेस्ट कैंसर का इलाज अब सम्भव है लेकिन इलाज के लिए ऑपरेशन कराना होता है और ऑपरेशन में स्तन निकाल दिए जाते हैं|
महिला का सौंदर्य उसके स्तनों से ही होता है इसलिए इनकी देखभाल अब आपके ही हाथों में है| आइये हम आपको ब्रेस्ट कैंसर के कुछ खास प्रारंभिक लक्षणों के बारे में समझाते हैं –
स्तन में गाँठ होना – महिलाएं रोजाना नहाते समय या कभी भी अपने स्तनों को छुएं और देखें कि कहीं कोई गाँठ जैसी तो नहीं है| आपको बता दें कि इस गाँठ में कोई दर्द नहीं होता इसलिए महिलाएं इसे गंभीरता से नहीं लेतीं लेकिन अगर स्तन में किसी प्रकार की गाँठ है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें|
स्तनों में गड्ढे पड़ना – अपने स्तनों पर थोड़ा ध्यान दें कि अगर स्तनों में किसी प्रकार का कोई गड्ढा प्रतीत हो या निप्पल अंदर धंसते जा रहे हों तो आपको स्तन कैंसर हो सकता है|
स्तनों में दर्द होना – कई बार टाइट अंडरगार्मेंट की वजह से भी स्तनों में दर्द होने लगता है और यह एक सामान्य बात है लेकिन अगर आपको बिना वजह और लगातार स्तनों में दर्द रहता हो तो किसी अच्छे कैंसर स्पेशलिस्ट से जरूर जांच कराएं|
स्तनों से स्राव होना – अगर स्तनों से किसी प्रकार का रस जैसे मवाद या खून या कुछ तरल जैसा निकलता हो तो सावधान हो जाएँ| अपने स्तनों को हाथ से छुएं और हल्का सा दबाएं अगर ऐसा कोई तरल पदार्थ निकलता है तो ये कैंसर की निशानी है|
स्तन और कांख के बीच दर्द – जिन महिलाओं को कांख में दर्द रहता है तो अपने स्तनों की जांच अवश्य कराएं| हो सकता है कि यह कैंसर का दर्द ना हो लेकिन स्तन और कांख में दर्द होना कैंसर की सम्भावना हो बढ़ा देता है|
स्तनों में बदलाव – अगर आपके स्तन अचानक पहले से काफी ज्यादा मुलायम या फिर बेहद सख्त होते जा रहे हैं तो भी ये चिंता का विषय है| स्तनों की लगातार देखरेख करें और ज्यादा मुलायम या सख्त जैसा महसूस हो तो जांच कराएं|
स्तनों के आकार में बदलाव – कई महिलाओं की शिकायत होती है कि उनका एक स्तन छोटा प्रतीत होता है और एक बड़ा या फिर पिछले कुछ समय में स्तनों के आकार में कुछ अजीब सा बदलाव प्रतीत होता है तो यह कैंसर का शुरूआती लक्षण है|
स्तनों में सूजन – स्तनों में सूजन आना कोई सामान्य बात नहीं है| अगर किसी महिला को अपने स्तनों में सूजन प्रतीत हो तो बिना देरी किये कैंसर स्पेशलिस्ट डॉक्टर से संपर्क करें|
स्तनों पर निशान – अगर स्तनों पर नाखूनों जैसे निशान या फिर कुछ खुरचने जैसे निशान उभर रहे हों या किसी अन्य प्रकार के अजीब से निशान स्तनों पर बढ़ रहे हों तो यह भी कैंसर की शुरुआत हो सकती है|
निप्पल का मुड़ना – महिलाओं से आग्रह है कि रोजाना स्तनों की जांच करें अगर निप्पल अंदर धंसते या फिर मुड़ते प्रतीत हों तो इसे नजरअंदाज ना करें और डॉक्टर से बात करें|
स्तनों में खुजली – कई बार गंदे अंडरगार्मेंट की वजह से स्तनों में खुजली हो सकती है लेकिन अगर महिला को बिना वजह स्तनों में खुजली होती हो और यह खुजली काफी समय से चली आ रही हो तो आपको डॉक्टरी जाँच की आवश्यकता है|
यह सभी स्तन कैंसर के विशेष लक्षण हैं|
ब्रेस्ट कैंसर की जांच कैसे करें –
महिलाएं घर पर रहकर भी बेस्ट कैंसर की जांच कर सकती हैं| यहाँ हम आपको इसका आसान सा तरीका बताने जा रहे हैं –
एक शीशे के सामने खड़ी हो जायें| अब अपने स्तनों को हल्के हाथ से छुएं| हाथों को स्तनों पर ऊपर से नीचे की ओर धीरे-धीरे लाएं और देखें कि कहीं कोई गाँठ तो नहीं है| अगर कोई गाँठ होगी तो अवश्य ही वह आपको महसूस होगी|
अगर कोई गाँठ महसूस होती है तो उसे दबाकर देखिये कि क्या दबाने से उसमें दर्द होता है| हम आपको बता दें कि अगर गाँठ में दबाने से दर्द नहीं होता तो स्तन कैंसर होने के चांस बढ़ जाते हैं| इस प्रकार आप नियमित रूप से अपने स्तनों की जांच करें|
स्तन कैंसर का डॉक्टरी परिक्षण –
स्तन कैंसर का कोई भी लक्षण आपको अगर महसूस हो तो डॉक्टर से मिलिए| स्तन कैंसर की पहचान के लिए डॉक्टर दो प्रकार के टेस्ट करते हैं –
1. अल्ट्रासॉउन्ड
2. मेमोग्राम
जिस महिला की उम्र कम है अर्थात 20 या 25 वर्ष के आसपास है वो सिर्फ अल्ट्रासॉउन्ड करा सकती हैं लेकिन जिन महिलाओं की उम्र 40 के आसपास या उससे ज्यादा हो तो उन्हें मेमोग्राम टेस्ट कराना चाहिए|
इसके साथ एक “एफएनएसी” नामक विशेष टेस्ट भी होता है जिसमें गाँठ का परिक्षण किया जाता है| इस टेस्ट में गाँठ में सुईं डालकर, गाँठ से थोड़ा तरल निकलकर माइक्रोस्कोप से उसकी जांच की जाती है| इस टेस्ट से पता चलता है कि यह गाँठ किस प्रकार की है|
तो मित्रों इस लेख में हमने आपको ब्रेस्ट कैंसर के शुरूआती लक्षणों के बारे में विस्तार से बताया है| इस लेख का उद्देश्य लोगों में जागरूकता पैदा करना है| इस लेख की जानकारी आपके काम आये तो इसे शेयर जरूर करें क्यूंकि आपकी तरह ही अन्य लोगों को भी इस जानकारी की जरुरत है| आपके कोई सवाल हैं तो आप हमसे कमेंट करके भी पूछ सकते हैं| धन्यवाद!!
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