अश्वगंधा के 5 जबरदस्त फायदे, जो शरीर को ताकतवर बनाते हैं

June 10, 2019
Ashwagandha Ke Fayde

Ashwagandha Ke Fayde

अश्वगंधा को अनेक रोगों की अचूक दवा के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा पद्धति में अश्वगंधा के फायदों (ashwagandha ke fayde) के बारे मे विस्तार से बताया गया है। अश्वगंधा एक जड़ी-बूटी है जो मोटापा घटाने से लेकर शरीर की ताकत बढ़ाने, जोड़ों का दर्द दूर करने समेत कई गुणों से भरी है।

अश्वगंधा के फायदों को देखते हुए अब देश विदेश में इसकी खेती की जा रही है। आजकल बाज़ार में कई कंपनियां अश्वगंधा से जुड़े उत्पाद बेच रही हैं। आमतौर पर अश्वगंधा चूर्ण और अश्वगंधा कैप्सूल का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है। इस लेख में हम आपको अश्वगंधा के फायदों और अश्वगंधा के सेवन का तरीका बता रहे हैं।

अश्वगंधा के फायदे (Ashwagandha ke fayde) :

क्या आप जोड़ों के दर्द से परेशान हों या थोड़ी सी मेहनत करने के बाद ही आप थक जाते हो? तो आपकी इन सभी समस्याओं को चुटकियों में दूर कर सकता है अश्वगंधा। जी हाँ, अश्वगंधा के फायदे सिर्फ यही नहीं हैं बल्कि यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ा देता है जिससे कई संक्रामक बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।

आइये कुछ प्रमुख फायदों पर एक नज़र डालते हैं –

शरीर की ताकत बढ़ाता है अश्वगंधा :

प्राचीन ग्रंथों में भी यह बताया गया है कि अश्वगंधा के सेवन से शारीरिक कमजोरी दूर होती है। अगर आप बहुत दुबले पतले और कमजोर हैं एवं अपनी ताकत बढ़ाना चाहते हैं तो अश्वगंधा से अच्छा दूसरा कोई घरेलू उपाय नहीं है। कमजोरी दूर करने के लिए चिकित्सक से परामर्श लेकर अश्वगंधा चूर्ण या कैप्सूल का सेवन करें। सर्दियों के दिनों में अश्वगंधा का सेवन और ज्यादा लाभदायक माना जाता है।

रक्त विकार में अश्वगंधा से लाभ :

रक्त विकार से मतलब है कि खून का दूषित होना। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि खून के दूषित होने से शरीर में कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं जैसे कि बार बार फोड़े-फुंसी निकलना, घाव व मुंहासे आदि। रक्त विकार को आम भाषा में खून की खराबी भी कहते हैं। अश्वगंधा चूर्ण खून की खराबी को ठीक करने में बहुत लाभदायक माना गया है।

बुखार उतारने के लिए करें अश्वगंधा का प्रयोग :

आयुर्वेदिक विशेषज्ञों की मानें तो अश्वगंधा के सेवन से पुराने से पुराना बुखार भी ठीक किया जा सकता है। प्राचीन समय में ऋषि मुनि बुखार होने पर मरीजों को अश्वगंधा चूर्ण से ही ठीक किया करते थे। अगर आप भी बुखार से ग्रस्त हैं और घरेलू उपचार के बारे में सोच रहे हैं तो अश्वगंधा चूर्ण का सेवन करें।

विशेषज्ञों के अनुसार दो ग्राम अश्वगंधा चूर्ण में एक ग्राम गिलोय जूस मिलाकर रोजाना शाम को शहद या गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से बुखार जल्दी ठीक हो जाता है। हालांकि अगर बुखार तेज हो तो पहले डॉक्टर से संपर्क करें फिर घरेलू इलाज अपनाएं।

आंखों की रोशनी बढ़ाता है अश्वगंधा :

आंखें हैं तो सबकुछ है वरना आपका पूरा जीवन अंधकारमय हो सकता है। इसलिए आंखों की देखभाल करना सबसे ज़रूरी है। विशेषज्ञों का मानना है कि अश्वगंधा चूर्ण का सेवन करने से आंखों की रोशनी बढ़ाती है। नियमित रूप से दूध के साथ अश्वगंधा चूर्ण का सेवन आंखों की रोशनी बढ़ाने में बहुत फायदेमंद है। खुराक की जानकारी के लिए नजदीकी आयुर्वेदिक चिकित्सक से संपर्क करें।

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है अश्वगंधा :

अश्वगंधा का सबसे मुख्य फायदा (Ashwagandha ke fayde) है “शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना”। शरीर में होने वाली अधिकांश बीमारियों की मूल वजह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता का कमजोर होना है। अगर इसे आपने मजबूत बना लिया तो सर्दी-जुकाम समेत कई संक्रामक बीमारियों से अपने आप छुटकारा मिल जाता है।

अश्वगंधा के सेवन से खून में सफ़ेद रक्त कोशिकाएं और लाल रक्त कोशिकाएं दोनों बढ़ती हैं जिससे शरीर की इम्युनिटी मजबूत होती है।

तो अब आप अश्वगंधा के 5 जबरदस्त फायदे जान चुके हैं। इसलिए इन फायदों का लाभ लेने के लिए रोजाना सीमित मात्रा में या चिकित्सक के परामर्श के अनुसार अश्वगंधा चूर्ण का सेवन करें।

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