नरक ये संसार है A Poem on Women’s Day in Hindi Language

April 29, 2016

Poem on Women’s Empowerment in Hindi

बचाओ – बचाओ हमें बचाओ
बालिकायें ये पुकार रहीं,
नरक ये संसार है
यहाँ कदर नहीं बालिकाओं की,

पढ़ना लिखना व्यर्थ हो गया
लेना जन्म अनर्थ हो गया,

चलती नहीं सरकार यहाँ पर
यहाँ चलता भ्रष्टाचार है,
नरक ये संसार है, नरक ये संसार है..

रास्ते जा रही बालिका का
हुआ बलात्कार है,

कहर बरपा रही ये दुनिया
हम सब इनके आहार हैं,
नरक ये संसार है, नरक ये संसार है..

कर्म, धर्म सब छूट गए
वादे सारे टूट गए,
हिस्सा हैं हम राष्ट्र का
सारी दुनिया वाले भूल गए,

हर कसम हम तोड़ेंगे,
दुश्मन डर कर दौड़ेंगे,

बालिकाओं की इज्ज़त के लिए
कोई और नहीं बस हम लड़ेंगे,
उठाएंगे हथियार हम
मिटायेंगे अत्याचार हम,

आओ युवाओं लायें जागरूकता
उगता सूरज कभी न रुकता,

आओ हम भी ये पहचान बनायें
देश में अपना सम्मान बनायें,

और इस कार्य को हम सफ़ल बनायें
देश अपना स्वर्ग बनायें|

ये कविता हमें तरुण जी ने भेजी है –

Name: Tarun Vaidh
Add.: Rudrapur Uttarakhand