मेरे Hindi Blog का सबसे बेहतरीन Article
ये article मेरे Hindi blog के सबसे बेहतरीन लेखों में से एक है। अगर आप अपने काम या अपनी जॉब से निराश हैं तो ये article पक्का आपकी सारी समस्याओं को चुटकियों में हल कर देगा। इसे पढ़ने के बाद खुद को बदला हुआ महसूस करेंगे।
हममें से ना जाने ऐसे कितने लोग होंगे जो हमेशा यही सोचते रहते हैं –
यार मेरी नौकरी तो बहुत ज्यादा बोरिंग है
मैं तो तंग आ गया हूँ ऐसी नौकरी से
यार मेरा तो मन ही नहीं लगता ऐसी नौकरी में
मैं तो फंस गया यार इस जॉब के चक्कर में
ऐसे लोगों के लिए तो सबसे बड़ी सलाह यही है कि वो काम करिये जो आपको पसंद है। अरे ये नौकरी नहीं पसंद तो छोड़िये इसे, कोई और मिलेगी। अगर इंटरेस्ट होगा तो आप नयी मनपसंद जॉब ढूंढ ही लेंगे। यारों क्यों रोज खुद को इतना टॉर्चर करते हो, जो काम आपको पसंद नहीं है वो काम पक्का आपकी जिंदगी को नरक बना ही देगा। तो सबसे पहली सलाह तो यही है कि छोड़िये ऐसी नौकरी जो आपको पसंद नहीं है, ये मुश्किल जरूर है लेकिन नामुनकिन तो नहीं। थोड़ी परेशानी जरूर होगी लेकिन बाकि की जिंदगी मस्ती में कटेगी।
उफ्फ कुछ लोगों की शिकायत है कि कहने और करने में बहुत फर्क होता है। जॉब चेंज करना कोई गेम नहीं है, लाइफ का रिस्क है। कुछ लोग कहते हैं कि ये जॉब करना तो मेरी मज़बूरी है , मैं तो छोड़ ही नहीं सकता। तो चलिए आपके लिए भी एक कमाल का आईडिया है –
सोचिये आप के घर कोई अपना एक छोटा बच्चा छोड़ जाये और आपको बोले कि आपको रोजाना इसकी देखभाल करनी है। इसको खिलाना पिलाना है, तो क्या होगा? आपके दिमाग टेंशन हो जाएगी, बच्चे को संभालना आपका सर दर्द बन जायेगा। लेकिन जब आपका खुद का बच्चा होता है तो आपको कभी कोई परेशानी नहीं होती। आप ख़ुशी ख़ुशी उसे खिलाते पिलाते हैं और उसकी पूरी देखभाल भी करते हैं।
बस यही फर्क है – हम हमेशा अपनी नौकरी ये सोच के करते हैं कि हम दूसरे का काम कर रहे हैं, ये काम हमारा नहीं है ये तो एक बोझ है। आप सोचिये कि ये कंपनी मेरी है, मुझे इसे आगे लेकर जाना है। मेरे दम पे ही ये कंपनी टिकी है- फिर देखिये आपका मन खुद काम में लगने लगेगा। हो सकता है आपके अच्छे काम के लिए लोग आपके लिए तालियां ना बजाएं, आपके अच्छे काम के लिए आपको पुरुस्कार ना मिले लेकिन मन में ख़ुशी तो मिलेगी, एक संतुष्टि तो मिलेगी।
और एक न एक दिन आप जरूर आगे जायेंगे ये बात भी तय है। अब्दुल कलाम बचपन में अख़बार बांटा करते थे, लेकिन आगे चलकर एक सफल वैज्ञानिक बने क्योंकि जो भी किया दिल से किया, अपना मान के किया। बस यही खूबी उनको इतना आगे लेकर गयी। रजनीकांत बस में कंडक्टर थे लेकिन वहाँ भी जो कुछ करते स्टाइल से करते, शौक से करते, एक बोझ समझ कर नहीं और देखिये आज कितने बड़े सुपरस्टार हैं। तो आप भी जो भी करिये दिल से करिये फिर आपको आगे जाने से कोई रोक ही नहीं सकता भाई ,,,,,,,,, गारंटी है।
हम्म, अब आपको काफी हद तक पॉजिटिव फीलिंग आ रही होगी। तो अब आपको थोड़ा सा समय निकाल कर इस पोस्ट में कमेन्ट और करना है। नीचे कमेंट बॉक्स में जाएँ और इस आर्टिकल से सम्बंधित अपने विचार हमें लिख कर कमेंट जरूर करें।
धन्यवाद!!!!!