ऑटो चलाने वाले की बेटी करोड़पति कैसे बनी
ऑटो चलाने वाले की बेटी बनी करोड़पति
सपने देखना बहुत जरुरी है ,जो लोग सपने देखते हैं उन्हीं लोगो को सपने पूरे होते हैं – A. P. J. Abdul Kalam, अमीर बनने के लिए ये जरूरी नहीं कि आप के पास बहुत बड़ी डिग्री हो या आप इंजीनियर या डॉक्टर ही हों। सफलता पाने के लिए केवल दो ही चीज़ की जरुरत होती है और वो है “Talent” और आत्मविश्वास( Self Confidence), फिर चाहे वो किसी भी क्षेत्र में हो , चाहे पढाई में या खेल में। अगर आपके अंदर कोई ऐसा टेलेंट है जिसमें आप निपुण हैं तो आपसे आपकी मंजिल ज्यादा दूर नहीं है ।
राँची की रहने वाली दीपिका कुमारी की आज देश विदेशों में अलग ही पहचान है, भारत की मशहूर तीरंदाज दीपिका कुमारी को 31 मई 2015 को तीरंदाजी विश्व कप में कांस्य पदक मिला है, जो अपने आप में विलक्षण उपलब्द्धि है । इससे पहले भी वो कई बार रजत पदक जीत चुकी हैं और वर्ल्ड कप में अपनी क्षमता का लोहा मनवा चुकी हैं ।
संघर्ष के दिन
दीपिका का जन्म 13 जून 1994 को झारखण्ड की राजधानी रांची में हुआ था । उनका परिवार बहुत गरीब था , उनके पिता एक ऑटो चालक थे । बचपन से ही दीपिका को तीरंदाजी का शौक था , वो बांस के धनुष बाण बनाकर तीरंदाजी किया करती थी । अपनी क्षमता को निखारने के लिए एक बार एक छोटी प्रतियोगिता में हिस्सा लिया जिसकी फ़ीस 10 रुपये थी ।
पिताजी के पास उन दिनों 10 रुपये भी बेटी को देने के लिए नहीं थे इतनी ज्यादा गरीबी थी । फिर भी दीपिका ने हार नहीं मानी वो जंगल में जाकर आम के फल पर निशाना लगाया करती थी । लगातार कड़ी मेहनत, आत्मविश्वास(Self Confidence) और लगन से दीपिका ने खुद को निखरा और जब बड़े लेवल पे खेलने का मौका मिला तो अपनी प्रतिभा से सबको हैरान कर दिया ।
बनी करोड़पति(Become Multimillionaire)
आज दीपिका करोड़पति(Multimillionaire) हैं , उनका परिवार भी बहुत संपन्न है और अभी जल्दी में ही झारखण्ड सरकार ने उन्हें निशुल्क घर देने की घोषणा की है । कम उम्र में बुलंदियों को छूने वाली दीपिका का जीवन आज के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है ।
आज कल देखने को मिलता है कि लोग बहुत जल्दी हताश हो जाते हैं , बहुत जल्दी हार मान लेते हैं , चाहे वो कोई स्टूडेंट हो जिसे नौकरी ना मिल पा रही हो या कोई बिजनैसमैन हो जिसका बिजनिस फेल हो गया हो। मित्रों हमें जरुरत है संघर्ष की , संघर्ष ही सफलता की पहली सीढ़ी है लेकिन आज हर कोई बिना संघर्ष रूपी पहली सीढ़ी चढ़े सफल हो जाना चाहता है ।
सच बात तो ये है कि लोग सफल लोगों की सफलता को देखते हैं और उनके संघर्ष को भूल जाते हैं। अगर आपको भी अमीर बनना है , आपको भी सफल होना है तो सफल हो चुके लोगों की तरह की संघर्ष और कड़ी मेहनत करनी होगी ।
एक सलाह आत्मविश्वाश बढ़ाने के लिए, Tips to Improve Self Confidence–
जब भी आप कभी परेशान हों तो अपनी परेशानी एक नोटबुक में लिखें फिर उस पर विचार करें कि कैसे इस परेशानी को हल किया जा सकता है उसके बाद उस हल को भी नोटबुक में जरूर लिखें, फिर देखना आप खुद ही अपनी परेशानी को हल कर लेंगे ये Science Proved है ।
इसके अलावा जब भी आपको किसी काम से डर लगे चाहे वो कोई इंटरव्यू हो या कोई दूसरा काम, तो अपने मन में सोचें कि ज्यादा से ज्यादा क्या बुरा होगा , मुझे इंटरव्यू में सेलेक्ट नहीं करेंगे या मैं असफल हो जाऊंगा, बस यही होगा ना तो डर किस बात का। हर सुबह एक नयी दिशा, एक नयी उमंग लेकर आती है , फिर उठिए और तब तक मेहनत करो जब तक सफल ना हो जाओ ।
कुछ अन्य प्रेरक कहानियां –
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