जन्माष्टमी शायरी 2022 | Janmashtami Shayari in Hindi
दही की हांड़ी, बारिश की फुहार
माखन चुराने आया नन्दलाल
“जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें”
माखन चुराकर खाया जिसने
बंसी बजाकर नचाया जिसने
उसके जन्मदिन की ख़ुशी मनाओ
प्रेम का रास्ता दिखाया जिसने
हैप्पी जन्माष्टमी
माखनचोर श्री कृष्ण के जन्मदिवस पर कुछ Janmashtami Shayari in Hindi आपके सामने प्रस्तुत हैं| ये सभी जन्माष्टमी शायरी और सुविचार आप अपने सगे सम्बन्धियों को भी भेजिए और शुभकामनायें दीजिये|
जब भी श्री कृष्ण का नाम सुनते हैं तो हमारे मानसपटल पर एक चित्र उत्पन्न हो जाता है| सिर पर मोर के पंख का मुकुट, हाथ में बंसी, पीले वस्त्र, नीला शरीर और मोहक मुस्कान… ऐसा रूप है हमारे कृष्ण कन्हैया का|
माँ यशोदा के लाडले श्री कृष्ण, भगवान विष्णु के अवतार हैं| श्री कृष्ण की बाल लीलाओं से कौन परिचित नहीं है| समस्त संसार को अपनी मुरली की धुन का दीवाना बनाने वाले श्री कृष्ण हम सबके दिलों में वास करते हैं| बचपन में माँ यशोदा को तंग करना, गोपियों के साथ रासलीला, भैया बलराम के साथ गाय चराना, माखन चुराकर खाना और ना जाने कितनी ही उनके जीवन की घटनायें हैं जिन्हें सुनकर उनके नटखट बाल स्वरूप के दर्शन होते हैं|
भगवान श्री कृष्ण के जीवन का हर पल हमारे लिए प्रेरणादायक हैं| बचपन से लेकर बड़े होने तक श्री कृष्ण ने जीवन के हर मोड़ पर एक गहरा सन्देश छोड़ा है| गीता में श्री कृष्ण ने जीवन मरण और मनुष्य जीवन से जुड़े हर प्रश्नों का जवाब दिया है|
उस बाल गोपाल, गिरिधरलाल के जन्मदिन यानि जन्माष्टमी के अवसर पर हम आपके साथ कुछ शुभकामनायें संदेश शेयर कर रहे हैं| ये मैसेज आप अपने मित्रों को भी भेजें-
दही की हांड़ी, बारिश की फुहार
माखन चुराने आया नन्दलाल
पलकें झुकें और नमन हो जाये
मस्तक झुके और वंदन हो जाये
ऐसी नजर कहाँ से लाऊँ मेरे कन्हैया
कि आपको याद करूँ
और आपके दर्शन हो जाये
नन्द के लाल, यशोदा के पुत्र
कृष्ण जी प्यारे, यशोदा के दुलारे
सबके पालनहार, सबके रखवाले
नन्द के घर आनंद भयो
हाथी घोड़ा पालकी
जय कन्हैया लाल की
जिसकी लीला है निराली
जिसके नाम से आती खुशहाली
उस कृष्ण की दीवानी दुनिया सारी
लीला जिसकी अपरम्पार
जिसने बनाया यह संसार
जिसने गाया गीता सार
हम सबको है उससे प्यार
हे कृष्णा, हे गोविंद, हे मुरारी
त्रिभुवन के स्वामी, हे पालन हारी
तुमको प्रणाम
नाम हैं जिनके बड़े निराले
माखनचोर, जगत के रखवाले
वो हैं कृष्णा बंसी वाले
जिसने खाया माखन चुराकर
दीवाना बनाया बंसी बजाकर
उस कृष्ण को नमन है सर झुकाकर
बलराम हैं जिसके भैया
जो पार लगाता सबकी नैया
बोलो कौन ?
वो है अपना किशन कन्हैया
कृष्ण जिसका नाम
गोकुल जिसका धाम
ऐसे श्री कृष्ण भगवान को
हम सबका प्रणाम
ओ नंद के लाला, ओ पालनहार
तेरी लीला अपरम्पार
जो केवल अपना भला चाहता है
वो दुर्योधन है
जो अपनों का भला चाहता है
वो युधिष्ठिर है
जो सबका भला चाहते हैं
वो श्री कृष्ण हैं
हे जगत के स्वामी
हे त्रिभंगीलाल
कर दो सबका बेड़ापार
दही की हांड़ी, बारिश की फुहार
माखन चुराने आया नन्दलाल
ये भी देखें-
भगवान कृष्ण के सुंदर चित्र
श्री कृष्ण का संदेश
कृष्ण के गीता के उपदेश
गीता के श्लोक (श्रीकृष्ण व अर्जुन)
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