50 Benefits of SEO in Hindi | SEO क्या है और कैसे करते हैं?
अगर आप SEO में नये हैं या नयी वेबसाइट बनाई है तो आपके मन में ये सवाल जरूर आता होगा कि SEO क्या है? और SEO कैसे करते हैं? अपनी वेबसाइट को optimize करके search engine friendly बनाकर search results में top पर रैंक कराने की प्रक्रिया को SEO कहते हैं|
SEO क्या है? Search Engine Optimization (SEO) meaning in Hindi
SEO एक ऐसा प्रोसेस है जिसका use करके हम अपनी वेबसाइट को सर्च एंजिन मे रैंक कराते हैं| SEO में बहुत सारी activity होती हैं, जिनको apply करके हम अपनी वेबसाइट को गूगल में रैंक कराते हैं, जिससे वेबसाइट का ट्रैफिक बढ़ता है| SEO की फुल फॉर्म है – Search Engine Optimization. वेबसाइट को search engine में high rank पर लाने की कला को SEO कहा जाता है|
SEO अपनी वेबसाइट को Google में rank कराने और traffic बढ़ाने का एक process है| SEO में Content optimize करना, Backlink बनाना, Website structure optimize करना ये सभी SEO का ही पार्ट है और इसी को हम यहाँ details में जानेंगे|
SEO की जरूरत क्यों होती है? Why do We Need SEO in Hindi?
आज की दुनिया में ऑनलाइन बिजनेस का बहुत बड़ा स्कोप है| हर चीज़ इंटरनेट पर उपलब्ध है| आपको अगर अपना ऑनलाइन बिजनेस चलाना है तो आपके पास वेबसाइट का होना बहुत ज़रूरी है| इसके अलावा केवल वेबसाइट का होना ही काफ़ी नहीं है, जब तक आपकी वेबसाइट की गूगल में अच्छी रैंक नहीं होगी तब तक आपकी वेबसाइट पर visitors नही आयेंगे और आप अच्छा बिज़नेस नहीं कर पाएँगे और गूगल में अपनी वेबसाइट को अच्छी पोज़िशन पर रैंक करने के लिए हमें SEO की ज़रूरत पड़ती है|
SEO कैसे करते हैं? How to do SEO for Free in Hindi?
सामान्यतः SEO 2 प्रकार का होता है –
1. ON-Page SEO
2. OFF-Page SEO
अब हम इन 2 SEO के प्रकार के बारे में detail में जानेंगे
ON-Page SEO
On Page अपने आप में एक बहुत बड़ा टॉपिक है| On Page का मीनिंग है, अपनी वेबसाइट को गूगल के नियमों के अनुसार बनाना| On Page SEO में हम अपनी वेबसाइट को edit करके उसे ऐसा बनाते हैं कि गूगल उसे आसानी से पढ़ सके और यूज़र भी वेबसाइट से ज़्यादा से ज़्यादा attract हों| अब On Page SEO में क्या क्या करते हैं, ये हम आपको बताते हैं –
ON Page SEO कैसे करते हैं
1. Website Speed-
1. अगर आपकी वेबसाइट की स्पीड 1-5 सेकेंड है तो आपकी वेबसाइट Fast है
2. अगर आपकी वेबसाइट की स्पीड 5-10 सेकेंड है तो आपकी वेबसाइट Average है – इसे और बेहतर करने की ज़रूरत है
3. अगर आपकी वेबसाइट की स्पीड 10> सेकेंड है तो आपकी वेबसाइट Poor है – आपको तुरंत उसे ठीक करने की ज़रूरत है
क्यों होती है Speed Slow – जब हम अपनी वेबसाइट में बहुत सारी बड़ी बड़ी heavy images और बड़े javascript कोड भर देते हैं तो वेबसाइट की स्पीड स्लो हो जाती है क्यूंकी इमेज और javascript कोड को लोड होने में बहुत समय लगता है. तो कोशिश करें कि इमेजस का साइज़ कम हो और javascript का कम से कम use हो|
2. Title Tag-
किसी भी वेबसाइट को रैंक करने के लिए Title Tag का बहुत important role है, आपका title जितना ज़्यादा optimized होगा उतना ही ज़्यादा benefit होगा |
कैसे बनाये अच्छा Title-
Meta Title की length 70 characters से ज़्यादा नहीं होनी चाहिए | कोशिश करें कि Title में आपका main keyword एक बार ज़रूर आए | सबसे ध्यान देने की बात ये है कि आपके टाइटल में बार बार same keyword repeat ना हो क्यूंकि गूगल की नज़रों मे ये spam है –
Example-
1. India Tour | Tourist Places in India | Online Tours Packages- Good Title
2. India Tour | India Tours | Best Indian Tour – Bad Title
3. Meta Description- Meta description का use करके हम गूगल को describe करते हैं कि हमारी वेबसाइट किस Subject पर है, जैसे- स्पोर्ट्स पर है या व्यापार पर है आदि।
कैसे बनाए अच्छा description-
Meta Description की length 160 characters से ज़्यादा नहीं होनी चाहिए, क्यूंकी इससे ज़्यादा गूगल read ही नहीं करता| Description में आप ज़्यादा से ज़्यादा Synonyms words का use करें और कोशिश करें कि एक बार आपका main keyword description में आ जाए|
Example –
1. Travel to India- We are offering best packages for India Tour and providing excellent services like booking hotels at very affordable prices. – Good Description
2. Book packages for India Tour, Indian Tourist Places, India Tours, Tourist Places in India, Tours to India.- Bed Description.
4. Keyword Density- Keyword density भी एक बड़ा factor है| Keyword density का मतलब है कि आपका keyword कितनी बार आपके content में repeat हुआ है| Keyword density केवल 5% होनी चाहिए इससे ज़्यादा होगी तो आपकी वेबसाइट के लिए नुकसान दायक है|
5. Hidden Content- आपकी वेबसाइट में कोई Hidden Content नहीं होना चाहिए| कई बार लोग अच्छी रैंक के लिए कंटेंट पेज पर डाल देते हैं लेकिन उसे Hide कर देते हैं, जिससे जब कोई यूज़र साइट पे पढ़ने आता है तो Hide वाला कॉंटेंट नही देख पाता| गूगल ऐसे Hidden Content से hate करता है|
6. Image Alt Tag- बहुत सारे लोग इस बात को नहीं जानते कि गूगल इमेज को read नहीं कर पाता| गूगल इमेज में लगे Alt tag से ये पता करता है कि ये इमेज किसकी है| For example – अगर आपने सचिन तेंदुलकर की फोटो अपनी वेबसाइट पर लगाई लेकिन Alt tag नहीं डाला तो गूगल को पता नहीं चलेगा कि ये इमेज किसकी है लेकिन अगर आपने Alt tag में सचिन तेंदुलकर लिखा है तो गूगल समझ जाएगा कि ये image सचिन तेंदुलकर की है|
7. URL Structure – आपके पोस्ट के URL का लिंक आपको रैंक अच्छी करने में हेल्प करता है| पोस्ट का URL ऐसा होना चाहिए जिससे पढ़कर गूगल को पता चल जाए की ये पोस्ट किस टॉपिक से रिलेटेड है|
Example= https://www.hindisoch.com/?id=12.html – wrong way
https://www.hindisoch.com/top-motivational-books-hindi/ – Correct way
8. Internal Links- अपनी पोस्ट में कुछ other related post के लिंक भी लगाइए| लेकिन याद रखिये, किसी पोस्ट में 5 से ज़्यादा internal links ना हों क्यूंकि ज़्यादा लिंक use करने से रीडर्स कन्फ्यूज़ हो जाते हैं|
9. Enable Gzip Compression – Gzip compression use करने से आपकी साइट थोड़ी लाइट वेट हो जाती है| Gzip में आपकी वेबसाइट के HTML, CSS, JavaScript code को compress किया जाता है जिससे साइट का लोडिंग टाइम कम हो जाता है|
10. Bold Important Keyword- आप जिस कीवर्ड से अपनी पोस्ट को rank कराना चाहते हैं, उस कीवर्ड को “Bold” tag में रखें| Bold means attention, कीवर्ड बोल्ड करने से गूगल समझ जाता है कि पोस्ट का फोकस किस कीवर्ड पर है|
11. Website Structure – अपनी वेबसाइट के लुक को यूज़र फ्रेंड्ली बनाइए| बहुत सारे लोग अपनी वेबसाइट में बहुत छोटे फ़ॉन्ट साइज़ use करते हैं| देखिए आज कल स्मार्ट फोन का जमाना है और ज़्यादातर लोग मोबाइल पर ही वेबसाइट ओपन करते हैं तो आपका फ़ॉन्ट साइज़ atleast 15px तो होना ही चाहिए| इसके अलावा Heading Tag properly visible हो| आपकी साइट देखने में attractive लगनी चाहिए जिससे रीडर को पढ़ने मे मज़ा आए|
12. Responsive Website- Responsive website का मतलब होता है एक ऐसी वेबसाइट जो मोबाइल या डेस्कटॉप किसी पर भी खुलते ही अपनी height और width डिवाइस के अकॉरडिंग सेट कर ले| शॉर्ट में कहें, तो responsive वेबसाइट पर मोबाइल रीडर्स को पढ़ने में कोई दिक्कत नहीं होती| आपकी वेबसाइट responsive है या नहीं, ये चेक करने के लिए आप अपने ब्राउज़र को resize करिये, नीचे इमेज में बताया गया है कि कैसे आप अपनी वेबसाइट चेक करेंगे कि responsive है या नहीं|
13. Heading Sequence- HTML में कुछ heading tags होते हैं – H1, H2, H3, H4, H5, H6. हमें इन heading tag को use करते समय ध्यान देना चाहिए कि इनको use करने का एक sequence होता है|
सबसे पहले H1, fir H2, फिर H3…… ऐसे sequence चलना चाहिए, कुछ लोग H1, फिर H2, फिर H1,,,, ऐसे भी उसे करते हैं लेकिन ये तरीका बिल्कुल ग़लत है और SEO के लिए हार्मफुल है|
14. Post Length- जितना ज़्यादा आप इन्फर्मेशन देंगे उतना ही आपकी रैंक जल्दी आएगी| अपनी पोस्ट की length बढ़ने का मतलब ये नहीं कि आप कुछ भी लिखते रहें| पोस्ट में informative कटेंट होना बहुत ज़रूरी है| कोशिश करें कि आपकी पोस्ट में atleast 1000 वर्ड्स हों|
15. Sitemap- Sitemap एक टाइप का Map होता है जिसे पढ़कर गूगल को आपके वेबसाइट की सारी पोस्ट का structure पता चल जाता है| जब गूगल किसी वेबसाइट को read करता है तो सबसे पहले गूगल का crawler sitemap.xml नाम की फाइल को सर्च करता है| अगर ये फाइल crawler को मिल जाए तो easily वो पूरी वेबसाइट को crawl कर लेता है otherwise crawler को आपकी वेबसाइट के सारे pages तक पहुंचने में प्राब्लम होती है इसलिए अपनी वेबसाइट पे sitemap ज़रूर लगाए|
Off Page SEO
जब off page की बात करते हैं तो main फोकस आ जाता है Backlinks पर| Backlinks एक तरह से वेबसाइट को एक सपोर्ट देते हैं| जितने ज़्यादा quality backlinks होंगे उतनी ज़्यादा गूगल की नज़र में आपकी वेबसाइट की reputation बढ़ेगी| आइए समझते हैं Off page SEO में क्या -क्या करना होता है –
1. Search Engine Submission- सबसे पहले अपनी वेबसाइट को Google, Yahoo, MSN, Altavista, Alexa, Alltheweb, Lycos, Excite, etc जैसी फ्री वेबसाइट पर submit करो| कुछ टाइम बाद में कुछ अच्छी सर्च एंजिन सबमिशन की लिस्ट भी upload करुँगा जिससे आप तेज़ी से अपनी वेबसाइट को रैंक करा पाएँगे|
2. Use Keyword in Post- कोशिश करिये कि आप अपने कीवर्ड से ही पोस्ट लिखने की शुरुआत करें| कटेंट के स्टार्टिंग मे ही कीवर्ड से रैंक तेज़ी से बढ़ती है| इसके अलावा अपने कीवर्ड heading tags में भी use करो|
3. Bookmarking Websites- Bookmarking websites की caching frequency other websites से ज़्यादा होती है| आप अपनी वेबसाइट्स को digg.com, newsvine.com, reddit.com जैसी अच्छी वेबसाइट पर submit करें| इंटरनेट पर हजारों वेबसाइट की लिस्ट है, लेकिन एक बात का ध्यान रखें कि एक दिन में 20 से ज़्यादा bookmarking ना करें| ज़्यादा साइट्स पर bookmarking कई बार हार्मफुल भी होती है|
4. Directory Submission- Dmoz, Viasearch जैसे बढ़िया डाइरेक्टरी वेबसाइट्स पर अपनी वेबसाइट का लिंक सब्मिट कीजिए| ये वेबसाइट्स strong backlinks provide करती हैं|
5. Facebook Page- Facebook आज की date में सबसे बड़ी सोशियल नेटवर्किंग वेबसाइट्स है जहाँ करोड़ो लोग एक दूसरे से जुड़े हुए हैं| आपकी वेबसाइट का प्रमोशन करने के लिए फ़ेसबुक सबसे अच्छा ज़रिया है| अपना एक फ़ेसबुक पेज बनायें और कुछ अच्छी इमेजस बनायें और फ़ेसबुक पेज पर अपलोड करें| लोगों को एंटरटेन करें और अच्छे like लेने की कोशिश करें, ज़रूरी नहीं कि पेज पर केवल साइट के बारे में ही पोस्ट डाली जाए| कई बार कुछ अच्छे joke या quotes भी डालिए, जिससे आपका पेज active बना रहेगा|
6. Use Google+ to Boost Organic Traffic- Google+ खुद गूगल का बनाया सोशियल नेटवर्किंग प्लॅटफॉर्म है तो ये बात साफ है कि गूगल इसपर फ़ेसबुक से ज्यादा फोकस करता है| आप Google+ पर अपना एक attractive प्रोफाइल बनायें और अपने फॉलोवर्स increase करें|
7. Use Twitter and Hashtag- Twitter भी आज कल लोगों का पसंदीदा प्लॅटफॉर्म है| ट्विटर पर अपने फॉलोवर्स बढ़ायें और रेग्युलर tweets करें| हशतग का उसे करे| Hashtag से गूगल रैंकिंग में तो कोई फायदा नहीं होता, लेकिन ये ट्रॅफिक बढ़ाने का अच्छा मीडियम है|
8. Classified Submission- Olx, Quikr ये कुछ बढ़िया Classified वेबसाइट हैं| Classified वेबसाइट में हम अपनी वेबसाइट का फ्री advertise कर सकते हैं| आप इन वेबसाइट्स पर जाकर अपनी वेबसाइट को प्रमोट करिये|
9. Participate in Question & Answers- Quora, Yahoo answer और other question answer जैसी वेबसाइट्स पर भी participate करें| लोगों से question करें, कुछ लोगों के question का answer दें और answer में आप अपनी वेबसाइट का लिंक भी लगा सकते हैं|
10. Slide share- कुछ slide submission की अच्छी वेबसाइट सर्च कीजिए, जैसे – slideshare.com., speakerdeck.com ये मेरी favorite वेबसाइट्स हैं| इनका फायदा ये है कि ये तेज़ी से गूगल में रैंक करती हैं जिससे हमारी वेबसाइट को referral ट्रॅफिक मिलता है और साथ में एक backlink भी बन जाता है|
11. Blog Commenting – कुछ अच्छे traffic वाले ब्लॉग्स पर कमेंट भी करें| कमेंट में अपनी वेबसाइट का url दे| यहाँ से आपको referral traffic बहुत अच्छा मिलेगा और strong backlink create होगा|
12. Pinterest Photo Sharing- Pinterest आज कल काफ़ी ट्रेंड्स में चल रहा है| कुछ अच्छी इमेज बनायें और pinterest पर सब्मिट करें| pinterest में आप पिक्चर पर अपनी वेबसाइट का लिंक भी लगा सकते हैं| जिससे जब कोई यूज़र पिक्चर पर क्लिक करता है तो वो आपकी वेबसाइट पर चला जाता है| इस तरह pinterest ट्रॅफिक generate करने का अच्छा medium है|
13. Guest Post- जो ब्लॉग या वेबसाइट already बड़े हो चुके हैं, आप ऐसे ब्लॉग्स पर अपना गेस्ट पोस्ट सब्मिट करें| जिससे लोग आपको जानने लगेंगे और आपकी वेबसाइट पर ट्रॅफिक आना शुरू हो जाएगा|
SEO से वेबसाइट ट्रैफिक कैसे बढ़ायें
अपनी वेबसाइट का ट्रैफिक बढ़ाने के लिए आपको हमने SEO के ऊपर कई नियम बताये, परन्तु इन SEO activities को कब और कैसे करना है ये अभी तक आपको नहीं पता होगा|
1. आप सबसे पहले वेबसाइट वेबसाइट का Search Engine Submission करें
2. इसके बाद वेबसाइट की अच्छी popular directory और bookmarking वाली वेबसाइट में submission करें
3. अब आप अच्छे आर्टिकल लिखकर प्रसिद्ध websites पर अपनी Guest post सबमिट करें
4. वेबसाइट का सोशल पर शेयरिंग करना शुरू करें
5. जो Article रैंक नहीं आ रहे हैं उनको Update करना शुरू करें
6. दूसरे फेमस Blogs पर कमेंट करें और वहां अपनी वेबसाइट का लिंक लगायें , ध्यान दें कि Blog commenting में spam ना करें
7. अभी भी रैंक नहीं आ रही है तो अपनी वेबसाइट का look एंड structure चेंज करें
8. websites के काम से टाइम निकालकर सोशल मीडिया पर अपने Follower बढ़ाने की कोशिश करें
9. अपने आर्टिकल में अच्छी Quality की Images ही लगायें
10. दूसरे competitors के backlinks को चेक करें और उन्हीं वेबसाइट पर अपनी वेबसाइट का लिंक भी लगायें
अगर आप इन 10 activities पर अच्छे से ध्यान देंगे तो निश्चित ही आप एक बहुत सफल वेबसाइट बना पायेंगे|
दोस्तों, अब आपको search engine optimization का बेसिक पूरी तरह समझ में आ गया होगा| कोई हेल्प चाहिए तो कॉमेंट मे अपना question लिखें| हम आपको solution ज़रूर देंगे| धन्यवाद….