तुरंत पहचानें डायबिटीज के लक्षण और शुगर के लक्षण : Diabetes Symptoms in Hindi

October 1, 2017

डायबिटीज के लक्षण कैसे पहचानें

मधुमेह/ ब्लड शुगर के लक्षण और पहचान

प्रारम्भिक अवस्था में शुगर के लक्षण हैं – बार बार पेशाब आना, हमेशा थकान रहना, शरीर में दर्द, धुंधला दिखना, ज्यादा भूख लगना आदि लेकिन लोग इन डायबिटीज के लक्षण की पहचान नहीं कर पाते और नजरंदाज कर बैठते हैं| ज्ञात रहे कि शुगर की बीमारी एक दिन में नहीं होती यह सालों से आपके अंदर ही अंदर पनप रही होती है और इसका पता तब लगता है जब दिक्कत ज्यादा होने लगती है|

आजकल की अनियमित जीवनशैली के कारण शुगर की बीमारी बहुत तेजी से लोगों में फ़ैल रही है| पहले यह बीमारी 40 की उम्र के बाद ही होती थी लेकिन आजकल शुगर छोटी उम्र में या बाल्यावस्था में भी हो सकती है|

Diabetes Ke Lakshan

शुगर की बीमारी को जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता बल्कि इसे केवल कण्ट्रोल किया जा सकता है| अगर खानपान और दिनचर्या का ध्यान रखा जाये तो शुगर के मरीज भी नार्मल और लम्बी जिंदगी जी सकते हैं लेकिन अगर परहेज ना किया और शुगर बढ़ती रही तो यह आपके जीवन के 15 साल कम कर सकती है|

साइलेंट किलर – डाइबिटीज को साइलेंट किलर के नाम से भी जाना जाता है| जी हाँ शुगर धीरे-धीरे आपके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को कम करती जाती है| आपके शरीर में अगर चोट लग जाए तो घाव भरने में भी दिक्कत होती है| आपकी किडनी, लीवर और धीरे-धीरे आपके हृदय की क्षमता भी घटती जाती है| इस तरह धीरे-धीरे शुगर रोगी को मौत के मुँह में ले जाती है इसीलिए इसे साइलेंट किलर कहते हैं|

सब बिमारियों की माँ – शुगर को सब बिमारियों की मदर यानि माँ कहा गया है| एक बार शुगर की बीमारी हो जाये तो रोगी के अंदर छोटी छोटी कई अन्य बीमारियां जन्म ले लेती हैं| शुगर के मरीज का ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में नहीं रहता, हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है, ज्यादा दवाइयां खाने से किडनी भी फेल हो सकती है इसीलिए डायबिटीज को सब बिमारियों की माँ भी कहा जाता है|

शुगर के लक्षण : Symptoms of Diabetes in Hindi –

आइये हम आपको मधुमेह के लक्षण बताते हैं ताकि आप खुद अपनी देखभाल कर सकें और समय रहते मधुमेह की पहचान कर सकें –

बार बार पेशाब आना – शुगर के मरीज को बार-बार पेशाब की समस्या होती है और खास तौर से रात में, अगर रात में 3 बार से ज्यादा पेशाब जाना पड़े तो अपना शुगर लेवल चेक करा लें क्यूंकि यह शुगर का शुरूआती लक्षण है|

बहुत ज्यादा प्यास लगना – शुगर के रोगी को बार बार पेशाब करने जाना पड़ता है और इस तरह उसके शरीर में भी पानी की कमी हो जाती है| तो रोगी को बार बार तेज प्यास लगती है|

अत्यधिक भूख लगना – शुगर के मरीज का भोजन सही से नहीं पच पाता और इसलिए शरीर में एनर्जी नहीं पहुंच पाती और जब शरीर में एनर्जी नहीं पहुँचती तो शरीर फिर से खाना मांगता है| इस तरह रोगी को खाना खाने के बावजूद बार-बार और जल्दी-जल्दी भूख लगती है| और इसका नतीजा यह होता है कि शरीर में एनर्जी तो पहुँचती नहीं लेकिन मोटापा बढ़ता जाता है|

थकान रहना – मेहनत करके थकान होना तो आम बात है लेकिन अगर बिना कुछ काम किये भी लगातार थकान सी रहने लगे तो यह शुगर की निशानी है| थकान का कारण यही होता है कि जितना आप खाना खाते हैं शरीर में उतनी एनर्जी नहीं पहुंच पाती|

आलस्य और नींद ज्यादा आना – रोगी को हर समय नींद और आलस्य आता रहता है| यहाँ तक कि रात भर में सोने के बाद भी ऑफिस में भी तेज नींद आती है| रोगी का किसी काम में मन नहीं लगता और कहीं बाहर घूमने जाने का मन नहीं करता| हमेशा आराम करते रहने का मन करता है|

आँखों में धुंधलापन – शुगर के रोगी को चीज़ें धुंधली दिखने लगती हैं| आँखें लगातार कमजोर होती जाती हैं, अगर आपको धुंधला जैसा दिखने लगा है तो एक बार अपना शुगर लेवल जांच लें|

जख्मों का देर से भरना – जैसा कि हमने पहले भी बताया कि शुगर में रोगी की प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है और अगर कहीं चोट लग जाये तो रोगी के घाव भरने में बहुत ज्यादा समय लगता है और कई बार अगर शुगर बहुत ज्यादा बढ़ गयी तो घाव भरते भी नहीं हैं|

हाथ पैर कांपना – शरीर में जब शुगर की मात्रा अनियंत्रित हो जाती है तो रोगी के हाथ पैर कांपने लगते हैं और कई बार हाथ और पैरों में सुन्नता का भी अनुभव होने लगता है|

बिना वजह वजन बढ़ना – शुगर के रोगी का शरीर कैलोरी को पूरी तरह अवशोषित नहीं कर पाता है जिसकी वजह से पेट का मोटापा बढ़ने लगता है| इस तरह शरीर काफी बेडौल सा दिखने लगता है क्यूंकि सारी एनर्जी पेट में फैट के रूप में जमा होती रहती है और रोगी का वजन तेजी से बढ़ता जाता है|

चिडचिडापन होना – शुगर लेवल बढ़ने पर रोगी का स्वभाव बहुत ज्यादा चिडचिडा हो जाता है| रोगी को छोटी छोटी बातों पर गुस्सा आता है कई बार रोगी इमोशनल भी होने लगता है और इमोशनल होने के बाद फिर से तेज गुस्सा आने लगता है| स्वभाव में ऐसे अगर परिवर्तन आने लगें तो समझें आपका शुगर लेवल बढ़ रहा है|

कभी धुंधला तो कभी साफ़ दिखना – जब शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है तो रोगी को सब कुछ धुंधला दिखने लगता है और जैसे ही शुगर नार्मल हो जाती है तो फिर से सब साफ़ दिखने लगता है| हालाँकि आखों का कमजोर होना शुगर की निशानी नहीं है लेकिन अगर इस तरह के लक्षण देखने को मिलें जिसमें कभी साफ़ तो कभी धुंधला दिखता हो तो अपना ब्लड शुगर लेवल की जांच अवश्य करा लें|

घर बैठे बनायें शुगर की दवा

शुगर की जांच कैसे करें –

अगर ऊपर बताये कोई भी लक्षण आपको देखने को मिलें तो फ़ौरन अपने ब्लड शुगर की जांच कराएं| शुगर की जांच करने के लिए कुछ टेस्ट होते हैं जिनको हम बता रहे हैं –

Fasting – यह टेस्ट खाली पेट यानि सुबह बिना कुछ खाये पीये कराना होता है| इससे पता चलता है कि आपके खून में सामान्य रूप से कितनी शुगर हमेशा रहती है| अगर फास्टिंग 110 से ज्यादा आये तो समझिये आपको शुगर है|

PP (Postprandial Test) – इस टेस्ट को खाना खाने के डेढ़ से दो घंटे बाद कराते हैं| इससे पता चलता है कि खाना खाने के बाद आपकी शुगर कितनी रहती है| अगर PP की रीडिंग 140 से ज्यादा आये तो समझिये आपको शुगर है|

HBA1C – जब शुगर के रोगी डॉक्टर से दवाई और परामर्श लेने जाते हैं तो डॉक्टर HBA1C टेस्ट कराने के लिए कहते हैं क्यूंकि HBA1C में आपके पिछले 3 महीने की शुगर का रिकॉर्ड देखा जाता है| अगर HBA1C आपका 6.5 से ज्यादा है तो समझिये आपको डायबिटीज है|

तो मित्रों, इस लेख में हमने आपको शुगर के प्रारंभिक लक्षण(Diabetes Symptoms in Hindi) और शुगर के टेस्ट के बारे में बताया| इस लेख को आप अपने परिवार और सगे सम्बन्धियों को भी पढ़ायें ताकि वो भी अपनी देखभाल कर सकें| अगर आपके कुछ सवाल हैं तो आप कमेंट करके अपने सवाल पूछ सकते हैं| धन्यवाद!!!

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